सर्दियों के दिनों में जब ठन्डे पैर रजाई में रखने के बाद धीरे धीरे
अन्दर से ही गर्म होने शुरू होते है तो सुख का जैसा अहसास होता है उसे उत्तर भारत
या अन्य ठन्डे प्रदेशों में रहने वाले लोग समझ ही सकते है. एक बार रजाई में शरीर
के गर्म हो जाने पर उससे निकलने का मन ही नहीं होता. लगभग ऐसी ही दशा अकेलेपन की
सर्दियों से ठन्डे पड़े मन वाले व्यक्ति की प्यार का कोमल एवं गर्म अहसास मिलने पर
होती है.
इन सर्दियों के मौसम में सबको प्यार की गर्माहट का सुख अनुभव हो...
ऐसी कामना ह्रदय से.