Saturday, 29 August 2015

इन्द्राणी प्रकरण में भी गे????





देखिए गे लोगों के प्रति घृणा का स्तर! कहाँ की बात कहाँ जोड़ रहे हैं और मानते आपने को बड़ा विचारक है!!! यह भी देखिये कि इनकी पोस्ट पर किस तरह के comments बिना किसी प्रतिरोध किए जा रहे है! धन्य है हमारे देश की न्याय व्यवस्था!!


अब भला गे लोगों के अपने अधिकारों की मांग करने का एक परिवार के दुखद इतिहास से क्या सम्बन्ध?


P.S.
हालाँकि किसी के धमकाने या घृणा से कुछ नहीं बदलने वाला, फिर भी मैं हमेशा से इस बात का समर्थक रहा हूँ कि साधारण जन मानस को हमे अपना पक्ष समझाने के लिए अपने धार्मिक इतिहास का सहारा लेना चाहिए. लोगो को यह बताया जाना चाहिए कि इस देश का सनातन धर्म और उसकी मान्यताएं straight और gays के मध्य भेद नहीं करते. पर हिन्दू धर्म को ईसाइयत और इस्लाम की श्रेणी में रखने वाले सब बर्बाद कर देते है....!!!

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