“कौन्तेय प्रतिजानीहि न मे भक्तः प्रणश्यति”
श्री भगवान गीता में कहते हैं कि हे अर्जुन ये बात निश्चित जान ले कि मेरे भक्त का नाश नहीं होता.
होलिका दहन का उत्सव भी यही दर्शाता है कि सभी भूतों में एक श्री हरि को ही देखने वाले भक्त प्रह्लाद का उनके अहंकारी और अत्यंत शक्तिशाली पिता बाल भी बांका नहीं कर पाए.
सभी को होलिका दहन की हार्दिक शुभकामनाएं.
श्री भगवान गीता में कहते हैं कि हे अर्जुन ये बात निश्चित जान ले कि मेरे भक्त का नाश नहीं होता.
होलिका दहन का उत्सव भी यही दर्शाता है कि सभी भूतों में एक श्री हरि को ही देखने वाले भक्त प्रह्लाद का उनके अहंकारी और अत्यंत शक्तिशाली पिता बाल भी बांका नहीं कर पाए.
सभी को होलिका दहन की हार्दिक शुभकामनाएं.
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