Sunday, 4 December 2016

The Strange Custom of Love!

लिपटा है मेरे दिल से किसी राज़ की सूरत ,
वो शख्स के जिस को मेरा होना भी नहीं है ,
यह इश्क़-ओ-मोहब्बत की रिवायत भी अजब है ,
पाना भी नहीं है , उसे खोना भी नहीं है !!

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