Saturday, 18 April 2015

परिपेक्ष्य

अगर Porn देखने के बाद किसी को एक स्त्री-पुरुष के बीच के सम्बन्ध का अंदाज़ा लगाने के लिए बोला जाए तो क्या वह व्यक्ति सही निष्कर्ष पर पहुँच सकता है? क्या स्त्री-पुरुष के बीच के प्रेम सम्बन्ध को कोई Pornography देखकर समझ सकता है? जवाब है – नहीं!

अधिकांश लोग जो गे संबंधो के विरोध में खड़े हैं, असल में दो पुरुषों या दो स्त्रियों के बीच के सम्बन्ध को सिर्फ और सिर्फ sex के दृष्टिकोण से देखकर परखना चाहते है. इस परिपेक्ष्य से वे कभी भी दो गे  साथियों के बीच के प्रेम का अंदाज़ा नहीं लगा सकते और न ही इस बात को कभी समझ सकते है कि अपने विरोध के कारण दो प्यार करने वालों को एक दूसरे से दूर रहने के लिए मजबूर करके वे कितना बड़ा पाप कर रहें है.


कहने में बड़ी साधारण सी बात लगती है पर एक दूसरे से प्यार करने वाले दो पुरुषों या दो स्त्रियों के मन की पीड़ा का अंदाज़ा अगर लोग कुछ हद तक लगाना चाहते है तो उन्हें कोई हिंदी फ़िल्म जिसमे एक विफल प्रेम कथा का चित्रण करा गया हो देखकर लगाना चाहिए. 

~ Prove That Gays Can Love Too.

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