Monday, 8 April 2013

Dividing Gays

1) अगर गे लोग खुद ही गे लोगों से बिना किसी जायज़ कारण के घृणा करेंगे, तो कोई स्ट्रैट लोगो से यह आशा कैसे रख सकता है कि वे गेस को समाज में एक उचित स्थान प्रदान करेगें?


2) सिर्फ सेक्स का भूखा होना, धोखेबाज होना, अपनी बात से मुकर जाने वाला होना, प्यार और संबंधों में विश्वास का न होना, एक व्यक्ति विशेष के अवगुण हो सकते हैं उन्हें सभी गेस की पहचान मत बनाइये।


3) समाज में ऊँच-नीच और तरह तरह से भेदभाव का परिणाम हम सब वर्तमान में देख रहे है, गेस के साथ होने वाला समाज का अन्यायपूर्ण व्यव्हार भी एक तरह का भेदभाव ही है जिसमे गेस को निम्न-कोटि का मनुष्य माना जाता है। अब कृपया कर गेस में भी किसी को ऊँचा और नीचा मत बनाइये।


4) जिन्हें आप 'Girlish-Gays' कहते हैं, वे शायद आप से ज्यादा साहसी हैं, तभी तो सब तरह का अपमान सहते हुए भी दुनिया का सामना अपनी सच्चाई के साथ करते है। फिर कहूँगा कि उछ्रंखल होना, बेशर्म होना, एक व्यक्ति का अवगुण हो सकता है उसे पूरे वर्ग की पहचान मत बनाइये।


5) आप चाहें या न चाहें, दुनिया की नज़र में हर वह पुरुष जो किसी दूसरे पुरुष को पसंद करता है, एक गे ही है। जहाँ तक दुनिया की नज़रों में गे लोगो की बनी गलत छवि का प्रश्न है, तो वह गे लोगो के पुरुषत्व भरे व्यव्हार से ठीक नहीं की जा सकती। वह तो यही सिद्ध करके ठीक की जा सकती है कि गे लोग भी प्यार कर सकते है।

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