"दो गेस के बीच का रिश्ता किसी स्ट्रैट रिश्ते से भिन्न नहीं होता।" पता नहीं इस बात को मानने वाले कितने गेस हैं?
एक दो महीने इन्टरनेट पर बात करने और कुछ एक बार मिलने से अगर हम यह मानने लग जाएँ कि हमे वह इंसान मिल गया है जिसे हम इतने समय से तलाश कर रहे थे, तो क्या हम खुद ही अपने आपको धोखे में नहीं रख रहे हैं?
एक गे जीवनसाथी का मिलना जो एक सच्चे रिश्ते का पक्षधर हो, कितना कठिन है यह हम सब लोग भलीभांति जानते है और अनुभव कर रहे हैं। इसके बावजूद भी जब भी कोई व्यक्ति इस बारे में हमे थोड़ी सी भी आशा दे देता है तो हम झटपट उस पर पूरा विश्वास कर लेना चाहते है वो भी बिना कुछ आवश्यक प्रश्न करे। तब अगर वह व्यक्ति किसी और सोच और निष्ठा का निकलता है तो हम इस बात का ढिंढोरा संसार भर में पीट देते है कि गे सम्बन्ध तो लम्बे समय तक चल ही नहीं सकते। और ऐसा करते हुए हम अपने से उम्र और अनुभव में छोटे उन सभी गेस को हतोत्साहित कर देते है जो वाकई एक सम्बन्ध बनाने के लिए लालायित है और ऐसा करने का साहस भी रखते है।
अतः हमे अपनी निम्न दो गलतियों को सुधारना होगा:
- इससे पहले कि आप यह मानने लगें कि आप किसी के साथ सम्बन्ध में हैं और दूसरों को इस विषय में बताएं, पहले उस व्यक्ति को अच्छी तरह जांच परख लें। यह जानने का भरसक प्रयत्न करें कि क्या वह व्यक्ति भी अपने पूरा जीवन आपके साथ वफादारी और सर उठाकर बिताना चाहता है या नहीं।
- पूरी सावधानी बरतने पर भी यदि आपसे एक गलत व्यक्ति का चुनाव हो गया हो, या फिर एक सही व्यक्ति ने ना चाहते हुए परिस्तिथिवश घुटने टेक दिए हों तो स्वयं हिम्मत हार कर ऐसा प्रचार न करें कि एक सच्चा गे सम्बन्ध संभव ही नहीं है।
धन्यवाद!
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