कितने ही ऐसे
Facebook Friends को जानता हूँ जो लम्बे समय से किसी जीवन साथी की तलाश में हैं और
थककर या तो सब आशाएं छोड़ चुके हैं या छोड़ने ही वाले है. कईयों को तो प्रयास करते
करते 3-4 साल से भी अधिक समय हो गया है. जब कोई Friend कहता है कि “हर कोई तुम्हारे
जितना भाग्यशाली नहीं होता.” तो मन उनके मन की पीड़ा अच्छी तरह समझ लेता है. चाह कर
भी इस विषय में उनकी कोई मदद नहीं कर पाता सिर्फ मेरे ख़ुद के द्वारा किये गए
प्रयासों के बारे में बताकर उनका मनोबल ही बडाने की कोशिश करता हूँ.
मेरा शुरू से
ही यह मानना रहा है कि एक जीवन साथी खोजते समय जहाँ (1)प्यार, (2)सच्चाई,
(3)भविष्य में उठाए जाने वाले कदमो के बारे में
स्पष्ट सोच, (4)साफ़ मन, (5)हमेशां के
लिए साथ, और (5)‘गे संबंध’
को भी एक साधारण संबंध की तरह ही सेक्स से ऊपर मानना जैसी बातों पर मैं कभी समझोता
नहीं कर सकता था, वहीँ रंग-रूप, शिक्षा का स्तर, रूपए-पैसे, उम्र जैसी चीज़ों पर
मेरे कोई कड़े मापदंड नहीं थे. शायद मेरी सफलता की यही वजह रही.
अक्सर हमें
इस बात का भान ही नहीं होता कि हमें इस बात का ही पता नहीं होता कि हम क्या चाहते
है और क्या नहीं. एक बार यह तय हो जाए कि हम बिना किसी साथी के अकेले जीवन नहीं गुज़ार
सकते तो इसी बात का ज्ञान ही हमारे लिए सबसे बड़े प्रेरणा स्रोत का काम करेगा.