'महान' गायक कैलाश खेर के द्वारा गाया गया यह गाना तो आप सब ने सुना ही होगा - "मैं तो तेरे प्यार में दीवाना हो गया". निश्चय ही अधिकाँश लोगों ने पसंद भी किया होगा।
पर आपको जानकर आश्चर्य होगा कि "अपने प्यार से जुदा होने के स्थान पर मरना पसंद करना" जैसी ऊँची भावना रखने वाला गाना गाने के बाद भी गायक (?) कैलाश खेर संभवतया प्यार को मन एवं आत्मा का विषय मानने के स्थान पर शरीर का विषय मानते है. नहीं तो दो गे लोगों के बीच के प्यार पर प्रश्नचिन्ह नहीं लगाते।
गलती हमारी भी है कि बिना किसी व्यक्ति के विचारों को जाने किसी को भी
'celebrity' बना देते है और 'by default' काफी समझदार मानने लगते है. भुगतिए।
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